रंका झारखंड (आपकासमाचार)। उपायुक्त गढ़वा के निर्देशानुसार अनुमंडल पदाधिकारी रुद्र प्रताप ने 28 अगस्त 2025 को लगभग ढाई बजे रंका प्रखंड परिसर स्थित मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र की जांच की। जिसमें लगभग 9 क्विंटल चावल की प्रत्येक माह घोटाला सामने आया तथा केंद्र बंद पाया गया। इसके संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी रुद्र प्रताप ने बताया कि प्रत्येक महीने 12 क्विंटल चावल, 75 किलो चना और 5 किलो सोयाबीन बरी आपूर्ति कर्ता द्वारा आपूर्ति की जाती है जिसमें प्रतिदिन 150 लोगों को खाने के लिए भोजन बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। किंतु जांच से पता चला कि मुश्किल से 10-20 व्यक्ति ही भोजन कर पाते होंगे। जिसमें महीने में तो ढाई क्वींटल चावल की खपत होती होगी बाकी सब चावल और चना का घोटाला सामने आया है। उन्होंने बताया कि केंद्र में छोटा सा तसला डेगची पाया गया। दाल भारत केंद्र के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव को बुलाकर पूछताछ किया गया, तो सचिव मीना देवी ने बताया कि सब चावल खत्म हो गया है और बरी सड़ गया था, जिसे गाय को खिला दिया गया जबकि उक्त सामग्री 3 अगस्त 2025 को ही आपूर्ति किया गया था। केंद्र में स्टॉक की जांच की गयी, किंतु खाद्य सामग्री केंद्र में नहीं पाया। एसडीएम रुद्र प्रताप ने बताया कि इसकी रिपोर्ट उपायुक्त गढ़वा को भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके संबंध में अंचलाधिकारी शिवपूजन तिवारी से पूछने पर उन्होंने बताया कि इसका देखरेख बीडीओ और सीओ दोनों ही करते हैं। एसडीएम सर 3:00 बजे के लगभग में जांच करने आये थे तब उन्होंने केंद्र को बंद।
गौरतलब है कि इस दाल भात केंद्र की देखरेख की जिम्मेदारी आपूर्ति पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी शिव पूजन तिवारी को है और उनके नाक के नीचे इतना बड़ा घोटाला होता रहा और पदाधिकारी सोते रहे हैं। इसके पीछे क्या राज है समय पर पता चल जायेगा।
